[11:14AM, 7/24/2015] Iqbal Hindustani: ईसाई मुस्लिम आबादी
2010
ईसाई 2.17 अरब
मुस्लिम 1.60 अरब
2050
ईसाई 2.9 31%
मुस्लिम 2.8. 30%
हिन्दू 13.2% 2010
" " 14.9% 2050
श्रोत-पीयू रिसर्च सेंटर
[11:56AM, 7/25/2015] Iqbal Hindustani: शिक्षा बनाम आबादी .....
केरल 2001-2011 के दौरान देश की जनसंख्या वृद्धि दर 17.6 को काफी पीछे छोड़कर 4.9% यानि लगभग ज़ीरो ग्रोथ पापुलेशन पर आ गया है। ख़ास बात ये है केरल में मुस्लिमों की भी बड़ी तादाद है लेकिन वे भी बराबर परिवार नियोजन अपना रहे हैं
इसका मतलब एक बार फिर साबित हो गया बढ़ती आबादी का संबंध धर्म नहीं अशिक्षा से ज़्यादा है।
[11:02AM, 7/27/2015] Iqbal Hindustani: घटने लगी मुस्लिम आबादी की बढ़त- भारत सरकार
संघ परिवार को अब ये प्रोपेगंडा वापस लेना होगा कि मुस्लिमों की आबादी 2001 की तरह 29.5% बढ़ती रहेगी तो वे देश में 220 साल में हिंदुओं के बराबर हो जाएंगे।
हिंदुओं की आबादी तब 19.9% की दर से बढ़ रही थी यानि दोनों में 2.62 -1.83= 0.79 का भारी अंतर था।
हिन्दू 1991 में 69,01,00000 से 2001 में बढ़कर 82,76,00000 हुए तो मुस्लिम इस दौरान 10,67,00000 से बढ़कर 13,82,00000 हुए थे।
दिलचस्प बात ये है कि इस एक दशक में ईसाई 2.36% बढ़कर 1,90,00000 से 2,24,00000 हो गए थे जिस से हिन्दूवादियों ने लगे हाथ उनका हिसाब जोड़कर ये भी दावा कर दिया था कि वे इस स्पीड से 670 साल में आबादी में हिंदुओं को पीछे छोड़ देंगे।
अब केंद्र में हिंदूवादी सरकार होने से संघ परिवार ये आरोप भी नहीं लगा सकता कि जनगणना के ये आंकड़े ग़लत हैं।
हमारा कहना है जैसे जैसे विकास शिक्षा और सम्पन्नता बढ़ेगी मुस्लिम आबादी की बढ़त हिंदुओं के बराबर आती जायेगी जैसे आज वो दलित जनसंख्या की बढ़त से भी नीचे आ चुकी है।
[11:02AM, 7/27/2015] Iqbal Hindustani: जनगणना 2011: पिछले दशक में 24% बढ़ी मुस्लिम आबादी, धीमी हुई वृद्धि की रफ्तार
टाइम्स न्यूज नेटवर्क| Jan 22, 2015, 07.59AM I
जनगणना 2011: पिछले दशक में 24% बढ़ी मुस्लिम आबादी
भारती जैन, नई दिल्ली
जल्द ही जारी होने वाले धार्मिक समूहों की जनसंख्या पर आधारितजनगणना के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2001 से 2011 के बीच मुस्लिमों की जनसंख्या में 24 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे देश की कुल जनसंख्या में मुस्लिमों की संख्या 13.4 फीसदी से बढ़कर 14.2 फीसदी हो गई।
हालांकि 1991 से 2001 के दशक की 29 फीसदी वृद्धि दर के मुकाबले पिछले दशक (2001-2011) के दौरान मुस्लिमों की जनसंख्या वृद्धि दर में गिरावट आई है लेकिन यह अब भी राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है, जोकि पिछले दशक के दौरान 18 फीसदी रही।
हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को मिले डेटा के मुताबिक मुस्लिमों की जनसंख्या में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी असम में हुई। 2001 की जनगणना के मुताबिक असम में मुस्लिमों की जनसंख्या 30.9 फीसदी थी जो एक दशक बाद बढ़कर 34.2 फीसदी हो गई। बांग्लादेश से आने वाले अवैध अप्रवासी हमेशा से असम के लिए एक समस्या रहे हैं।
[11:02AM, 7/27/2015] Iqbal Hindustani: नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे...
1993-1998 के दौरान
हिन्दू प्रजनन 3.20% से घटकर 2.78% हुआ
तो मुस्लिम प्रजनन 4.41 से घटकर 3.59 हो गया।
यानी हिंदुओं में जनसंख्या गिरावट दर 0.52 थी तो मुस्लिमों में 0.82% थी।
एक से अधिक शादी को लेकर भी मुस्लिमों पर ऊँगली उठाई जाती है लेकिन सरकारी आंकड़े बोल रहे हैं कि हिन्दू 5.80% तो मुस्लिम 5.73 दूसरी शादी करते हैं।
(सूत्र-जनवाणी दैनिक 23 जनवरी 2015 पेज 6 लेखक सुभाष गाताडे)
[4:10PM, 8/26/2015] Iqbal Hindustani: 2001-2011 आबादी
हिन्दू 96.63 करोड़ 79.8%
मुस्लिम 17.22 14.2%
ईसाई-2.78 2.3%
सिख- 2.08. 1.7%
बौद्ध- 84लाख 0.7%
जैन- 45 लाख 0.4%
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