Saturday, 12 September 2015

GAANDHI /godse

#महात्मा #गांधी अच्छे या बुरे ?गाली देने से पहले या अच्छा कहनेसे पहले सोचे
गांधीजीकी हत्याके समर्थनमें 3झुठे कारण बताए जाते है बंटवारा, पाकिस्तान और 55करोर
पर #Gandhi हत्याके प्रयास तब किये गए जब बंटवारा, पाकिस्तान, 55करोर या दुसरी कोई कारणोंका नामोनिशान भी नही था
★1)-पहला प्रयास -25जून1934
हरिजन यात्रामे शामील होनेकेलिए गांधी पूनामें आए थे वे एक सभाको सम्बोधित करनेकेलिए जारहे थे,तब उनकी मोटरपर ��बम फेंकागया था। गांधीजी पीछे वाली मोटरमें थे, इसलिए बचगये। आरोप है कि हत्याका यह प्रयास कट्टर हिन्दुत्ववादियों��के एक गुटने अस्पृश्यतानिवारण आंदोलनको समाप्त करनेके लिए कियाथा।
★2)Jul1944 में पंचगनी , आरोप है कि
मलेरियाकी वजहसे गांधीको डॉ.ने आराम करनेको कहा था  शामको प्रार्थना सभामें नथूराम हाथमें छुरा लेकर गांधीकी तरफ लपका।  पुरोहित और भीलारे गुरुजी नामके युवक ने नथूरामको पकड लिया।
★3)-sep1944कोबापू जिन्ना को मिलने जारहे थे तब हत्याका प्रयास डीवायएसपी की सतर्कतासेे टल गया।
★4)-29जून1946को बापू मुंबईसे पुना ट्रेनसे आ रहे थे  ऊस वक्त नेरह-कर्जत के बीच रेलमार्ग पे बडेबडे पत्थर रख दिए गए थे
30जुन1946को गांधीजीने प्रार्थनासभामें कहा
"ईश्वरकी कृपासे मै मौत से 7वी बार बच गया.
मैने किसीका कभी नुकसान किया ना मै किसी को अपना दुश्मन मानता हूँ फिरभी मुझपे इतने हमले क्यों हुए ये मुझे समझमें नही आता?कल मुझपे हुआ हमला फंसा मै ईतने जल्दी मरनेवाला नही| मुझे 125साल जीना है "
★5)- अंतमे 30 जानेवारी 1948 को शाम 5.17बजे प्रार्थना को  जाते वक्त नथुराम नें गांधीजी की  हत्या कर दी ।
ये भी याद रखे कि सुभाषचंद्र बोस ने ही गांधीजी को राष्ट्रपिता कहके पुकारा था अहिंसा या हिंसा दोनो को मानने वालो के नेता गांधी ही थे क्योंकि जब हैदराबाद मे निजामके विरुध्द आंदोलन हुआ तो वहा बम फेकनेवाला भी "महात्मा गांधी की जय"ही बोल रहा था पर जो सशस्त्र या अहिंसक किसी आंदोलन में सहभाग नही ले रहे थे उन निष्क्रिय लोगो ने हिंसा के निरर्थक भाषण और धार्मिक  ईर्ष्या फैलाने में धन्यता मानी वे लोग आज भी वही कर रहे है पर इन्हे समझे परखे
आज भी ये कभी पटेल vs गांधीजी, भगतसिंग vs गांधी, बोस vs नेहरु इस तरह के झुठे झगडे दिखानेका प्रयास करते है पर याद रखना ये चारो एक थे चारो के मनमें एकदुजेके प्रति सम्मान था| अतः ऐसी अफवाहों से दूर रहे ये लिखने का कारण यही कि ये जो कुछ हो रहा है वह बुरे लोगोके कर्मो से जादा कुछ अच्छे लोगोके ignorance से हो रहा है
याद रखना सरहदपें जवान तिरंगे के लिए लढ रहे है किसी लाल ,हरे या निले झंडे के लिए नही
अतः एक रहे आपसंमें ना झगडे
for more info pls see below worldwide page
https://m.facebook.com/mahatmagandhipeace

No comments:

Post a Comment